इस जगतमें अगर संत-महात्मा नहीं होते, तो मैं समझता हूँ कि बिलकुल अन्धेरा रहता अन्धेरा(अज्ञान)। श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजीमहाराज की वाणी (06- "Bhakt aur Bhagwan-1" नामक प्रवचन) से...
पेज
▼
"सुहागिन स्त्री" को "एकादशी व्रत" करना चाहिये या नहीं ? कह लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
"सुहागिन स्त्री" को "एकादशी व्रत" करना चाहिये या नहीं ? कह लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं