19941016_1500.माँ बापके तो हम हैं,सम्बन्ध करना नहीं है,वो तो है।कुछ तो है-घटना। (goo.gl/hvuDti)
19941017_1500 माधूकरी(भिक्षा)का खुलासा (goo.gl/aQeTc3)
इस जगतमें अगर संत-महात्मा नहीं होते, तो मैं समझता हूँ कि बिलकुल अन्धेरा रहता अन्धेरा(अज्ञान)। श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजीमहाराज की वाणी (06- "Bhakt aur Bhagwan-1" नामक प्रवचन) से...
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