(श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके इकहत्तर
दिनोंके सत्संग-प्रवचनोंका सेट) ।।
श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके वर्तमान समयमें प्रतिदिन सबेरे पाँच बजते ही नित्य-स्तुति,प्रार्थना होती थी फिर गीताजीके करीब दस श्लोकोंका पाठ होता था और पाठके बादमें हरिःशरणम् हरिःशरणम् आदि कीर्तन होता था.
इन सबमें करीब अठारह या बीस मिनिट लगते थे.इतनेमें श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज पधार जाते थे और सत्संग (प्रवचन) सुनाते थे जो प्रायः छःह(6) बजेसे 13 या17 मिनिट पहले ही समाप्त हो जाते थे।
यह सत्संग-परोग्राम कम समयमें ही सारगर्भित और अत्यन्त कल्याणकारी था। वो सब हम आज भी और उनकी ही वाणीमें सुन सकते हैं और साथ-साथ कर भी सकते हैं।
इस
(1.@NITYA-STUTI,GITA,SATSANG -S.S.S.RAMSUKHDASJI MAHARAJ@
नित्य-स्तुति,गीता,सत्संग-
श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके ७१दिनोंका सत्संग-प्रवचन सेट) ।।)में वो सहायक-सामग्री है,इसलिये यह प्रयास किया गया है।
सज्जनोंसे निवेदन है कि श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके समयमें जैसे सत्संग होता था,वैसे ही आज भी करनेका प्रयास करें.इस बीचमें कोई अन्य प्रोग्राम न जोङें।।
उस इकहत्तर दिनोंवाले सेटका पता-ठिकाना यहाँ है।आप वो यहाँसे नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं-
@नित्य-स्तुति,गीता,
सत्संग-श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज@
(-इकहत्तर दिनोंके सत्संग-प्रवचनके सेटका पता-)
https://www.dropbox.com/sh/p7o7updrm093wgv/AABwZlkgqKaO9tAsiGCat5M3a?dl=0
सीताराम सीताराम
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