।।श्रीहरि:।।
@गीता-व्याख्या@
व्याख्याता-श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज।
एक बार श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजसे प्रार्थना की गयी कि सत्संग-प्रवचनोंमें गीताजीकी व्याख्या करके समझावें।गीताजीका अर्थ करके,अर्थ समझाकर,विस्तारसे सत्संगमें सुनावें।
तब उन्होने करीब पैंतीस दिनतक गीताजी समझाकर कही,जिसकी अभी(१४.८.२०१३)तक पुस्तक नहीं छपी है।
यह गीता-व्याख्या गीता"साधक-संजीवनी" ग्रंथ लिखनेके बाद की गयी है।
(इसलिये यह मानकर संतोष नहीं कर लेना चाहिये कि इसकी पूरी बातें सधक-संजीवनीमें तो आ ही गयीं,प्रत्यूत इस पूरी व्याख्याको सुनना चाहिये)।
उसकी रिकोर्डिंग(१२४ फाइलोंमें) है।
वो गीता-व्याख्या यहाँ(इस पतेसे)से प्राप्त करें-
http://db.tt/C65YU58m
------------------------------------------------------------------------------------------------
पता-
सत्संग-संतवाणी.
श्रध्देय स्वामीजी श्री
रामसुखदासजी महाराजका
साहित्य पढें और उनकी वाणी सुनें।
http://dungrdasram.blogspot.com/