शनिवार, 23 जुलाई 2016

भगवान को भक्त प्यारा क्यों लगता है? (श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज)।

                         ।।श्रीहरि:।।

भगवान को भक्त प्यारा क्यों लगता है?

(श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज)।

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(मीराँबाई) ठाकुरजी के आगे गूँघरू बाँध करके नाचती है,नृत्य करती है वहाँ, भगवान को रिझाती है और भगवान् (!)  महाराज! मस्त हो जाते हैं मीराँबाई को, नाचना देख करके।

उसके हृदय में प्रेम था।भक्त  हुए भगवान के नाते-भक्ति के नाते भगवान को प्यारा लगता है कोई कैसा ही क्यों न हो। जिनके हृदय में प्रेम है वह(वो) भगवान को प्यारे लगते हैं।
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श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके
19930704_0800_Bhakti Ki Mahima  वाले प्रवचन का अंश।

http://dungrdasram.blogspot.com/

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