■ ( साफ आवाज़ में )।■
।। श्रीहरिः ।।
सम्पूर्ण गीतापाठ- श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज ( साफ आवाज़ में)।
श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजकी आवाजमें दो प्रकारके
रिकोर्ड किये हुए गीता-पाठ उपलब्ध है।
सम्पूर्ण गीतापाठ- श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज ( साफ आवाज़ में)।
श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजकी आवाजमें दो प्रकारके
रिकोर्ड किये हुए गीता-पाठ उपलब्ध है।
पहले गीता-पाठमें आगे श्री स्वामीजी
महाराज बोलते हैं और पीछे दूसरे लोग दोहराते हैं। (पता- https://drive.google.com/folderview?id=1EYTZPO4JUG2mr2rX-UJsDIVQmX1qqBdP )
दूसरे प्रकारके गीता-पाठमें सिर्फ श्री स्वामीजी महाराज बोलते(पाठ करते) हैं।
यहाँ, यह दूसरी प्रकार वाला गीता पाठ है। कई दिनों से लोगों के मन में थी कि यह गीता-पाठ साफ आवाज़ में हो।
भगवत्कृपा से अब ऐसा संयोग बन गया और इसका कुुछ कार्य हो गया , अब आवाज़ पहले की अपेक्षा अधिक साफ़ हो गयी ।
एक सज्जन ने बताया था कि (किसी) एक संत ने श्री स्वामी जी महाराज के इस गीता- पाठ को सिंगापुर (विदेेश) भेजकर आवाज़ साफ करवायी है । तब हमने उनसे वो गीतापाठ माँगा और उन्होंने वो उपलब्ध भी करवा दिया। उस गीतापाठ को परिष्कृत करके पहले से और अधिक उपयोगी बना दिया गया है । इसमें गीताजी के अङ्गन्यास आदि, आरती और गीतामाहात्म्य भी है। तथा श्री स्वामीजी महाराज के द्वारा किया हुआ श्री विष्णुसहस्रनाम स्तोत्रम् भी है।
वो इस पते पर उपलब्ध है- bit.ly/SampoornaGitapathSRAMSUKHDASJIM
अर्थात् श्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज ।
इस प्रकार श्री स्वामी जी महाराज की आवाज़ में दो प्रकार के पाठ तो पहले से ही थे, अब यह तीसरी प्रकार का पाठ हो गया । इस पाठ के माहात्म्य, आरती और अङ्गन्यास आदि सहित सम्पूर्ण अठारहों अध्याय एक ही फाइल में, एक- साथ उपलब्ध है तथा ये अलग- अलग , न्यारे- न्यारे भी उपलब्ध है ।
[इसके आवाज की गति को बढ़ाकर, चौथे प्रकार का एक गीतापाठ और बनाया गया है। यह सम्पूर्ण गीतापाठ लगभग सवा दो घंटे में ही पूरा हो जाता है। कई लोगों के मन में थी कि कम समय में श्री स्वामीजी महाराज द्वारा किया हुआ गीताजी का पूरा पाठ हो। भगवत्कृपा से अब यह पाठ भी तैयार हो गया है। जो लोग थोङे समय में ही गीताजी के अठारह-अध्यायों का पूरा पाठ करना चाहते हैं, उनके लिये श्री स्वामीजी महाराज द्वारा किया गया यह गीतापाठ बहुत उपयोगी होगा। यह भी इसी ( http://bit.ly/SampoornaGitapathSRAMSUKHDASJIM ) पते पर उपलब्ध है।]
हमलोगों को चाहिये कि इनका अधिक से अधिक लाभ लें और दूसरों को भी दें , महापुरुषों की वाणी के साथ- साथ स्वयं पाठ करें और दूसरों को भी प्रेरणा दें । ऐसे संत - महापुरुषों के साथ- साथ पाठ करनेसे बङा भारी लाभ होता है।
गीताजी का अर्थ और रहस्य समझने के लिये श्री स्वामीजी महाराज की गीता साधक- संजीवनी ग्रंथ को ध्यान से , मन लगाकर पढें ।
सीताराम सीताराम
http://dungrdasram.blogspot.com/2020/01/blog-post.html