।।श्रीहरि:।।
फेसबुकके सदस्योंसे नम्र निवेदन-
फेसबुकके सभी सदस्योंसे विनम्र प्रार्थना है कि इसमें गन्दी,अश्लील सामग्री न भेजें।न ऐसी सामग्री साझा करें और न टैग करें।अगर कोई ऐसा करता है तो समझा-बुझाकर रोकें कि इस धार्मक-समुदायमें ऐसी सामग्री भेजते हो,तुम्हें शर्म आनी चाहिये।इसमें कई आदरणीय,पूज्य साधू-संत और माताएँ,बहनें हैं,कई परोपकारी सज्जन हैं।उन सबके सामने आप ऐसी सामग्री लाते हो! तुम्हें विचार होना चाहिये आदि आदि।फिर भी अगर वो न मानें तो तिरस्कार न करके उसको अपनी मित्रसूचीसे हटादें,जिससे कि उनकी वो सामग्री इस समुदायमें न दीखे।इस समुदायकी मर्यादा बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।यह गड़बड़ आज कलमें ही ज्यादा होने लगी है।कृपया,इस पर ध्यान दें,नहीं तो हो सकता है कि अच्छे-अच्छे लोग इसको छौड़कर अलग हो जायँ।अगर ऐसा हुआ तो यह समुदाय आदरणीय न रहकर, ऐक गन्दा समुदाय बनकर रह जायेगा और इससे समाजकी बड़ी हानि होगी,उससे बड़ा भारी नुक्सान होगा।इसलिये पहले ही चेत जाना अच्छा है।आप सबका भला हो-इसी आशाके साथ आप सबका हितैषी…।
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पता-
सत्संग-संतवाणी.
श्रध्देय स्वामीजी श्री
रामसुखदासजी महाराजका
साहित्य पढें और उनकी वाणी सुनें।
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