गुरुवार, 2 अक्तूबर 2014

सुखी कौन?

दीन कहे धनवान सुखी, धनवान कहे सुख राजा को भारी।
राजा कहे महाराजा सुखी, महाराजा कहे सुख इन्द्र को भारी ।
इन्द्र कहे सुख चतुरानन को,
ब्रह्मा कहे सुख विष्णु को भारी....
तुलसीदास विचार कहे,
हरि भजन बिना सब जीव दुखारी

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