शनिवार, 13 फ़रवरी 2016

प्रत्येक प्रवचनमें तारीख श्रीस्वामीजी महाराजके कहनेसे जोङी गई है।

                       ।।श्रीहरिः।।

प्रत्येक प्रवचनमें तारीख श्रीस्वामीजी महाराजके कहनेसे जोङी गई है।

...जी महाराज ! आपने नित्य-स्तुति,गीता-पाठ और सत्संग आदिके लिए जो प्रयास किया है वो सराहनीय है;परन्तु इसमें तीन बङी-बङी गलतियाँ है।

वो गलतियाँ यह है कि श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजके प्रवचन के शुरुमें या आखिरमें उस प्रवचनकी तारीख बोली गई है,वो हटादी गई और उसमें जो श्री स्वामीजी महाराजका नाम बोला गया है वो महाराजजीका नाम भी हटा दिया गया है।

ये दो गलतियाँ तो है ही और तीसरी गलती यह है कि इससे महाराजजीकी बातकी भी बेपरवाही हुई है।

क्योंकि प्रत्येक प्रवचनकी रिकोर्डमें तारीख श्रीस्वामीजी महाराजने ही जुङवाई है।यह मेरे सामनेकी बात है।

एक बार श्रीस्वामीजी महाराजसे एक समस्याके बारेमें पूछा गया कि ओडियो रिकोर्डकी कैसेटके ऊपर जो तारीख लिखी जाती है,वो कभी-कभी मिट जाती है और लोगोंको देनेके लिये उसकी जो कोपी (नकल) की जाती है, उस समय उसपर तारीख लिखते समय भी गलतीसे दूसरी तारीख लिख दी जाती है।

तब समस्या हो जाती है कि इस प्रवचनकी तारीख क्या है?, यह कौनसी तारीखका प्रवचन है?

(और उस तारीखका प्रवचन कोई सुनना चाहे तो तारीख सही न होनेसे कैसे सुन पायेगा? ऐसी स्थितिमें क्या करना चाहिए?)

तब श्रीस्वामीजी महाराजने उपाय बताया कि कैसेटके भीतर तारीख बोलकर जोङदो,प्रवचनके साथमें बोलकर रिकोर्ड जोङदो कि यह प्रवचन अमुक तारीखका है।कैसैटके ऊपर तारीख लिखनेमें अगर गलती हो जायेगी तो भीतर सुननेसे पता लग जायेगा।(इस प्रकार उस प्रवचनकी सुरक्षा हो जायेगी)।

फिर ऐसा ही किया जाने लगा और आखिर तक चलता रहा।

अब (इस 365 दिन वाले सेटमें) वो तारीख प्रवचनसे हटादी गई है और परम श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराजका नाम भी उसमेंसे हटा दिया गया है।यह बङी भारी गलती हुई है।

अब यह गलतीवाली सामग्री आप इतने लोगों तक पहुँचाओगे तो हमारी प्रार्थना है कि कृपया वो गलतियाँ सुधार कर पहुँचावें।आपका भाव हरेकके समझमें नहीं आता है।

धृष्टताके लिये हाथ जोड़कर क्षमा प्रार्थना।

विनीत- डुँगरदास राम।

http://dungrdasram.blogspot.com/

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