बुधवार, 23 सितंबर 2015

पति अगर सत्संगमें न जाने दें, तो क्या करें? (-श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज)।

                          ॥श्रीहरि:॥

पति अगर सत्संगमें न जाने दें, तो क्या करें?

(-श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज)।

(प्रश्न-

पति अगर सत्संगमें आनेकी अनुमति न दें तो पत्निको क्या करना चाहिये?)

उत्तर-

पत्निको चाहिये कि(जिसमें) पतिका भला (हित) हो,(वो करे)

देखो! दो तरहकी सत्संग होती हैं-

एक- (१) जिसपर अपना विश्वास है,भरोसा है,ठीक तरहसे… तो वे (उस सत्)संगमें तो(जानेके लिये) हठ कर सकते हैं(उस सत्संगमें जा सकते हैं,जाना चाहिये);पर जिस {दूसरे- (२) सत्संग}में कुछ बहम हो, तो (उसमें) मत जाओ। ज्यादा (हो) तो मति(ही) जाओ आप (मत जाओ आप)।…

-श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजके ५।१।१९९९.१६०० बजेवाले प्रवचनसे।

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पता-
सत्संग-संतवाणी.
श्रध्देय स्वामीजी श्री
रामसुखदासजी महाराजका
साहित्य पढें और उनकी वाणी सुनें। http://dungrdasram.blogspot.com/

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