सोमवार, 5 जनवरी 2015

काम-क्रोध आदि दोष मिटानेके अनेक उपाय- (श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज)।

                       ।।श्रीहरि:।।

काम-क्रोध आदि दोष मिटानेके अनेक उपाय-

(श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज)।

…एक तीसरा उपाय ऐसा है कि जिनके काम-क्रोध लोभ आदिक मिट गये हैं अथवा मिट रहे हैं,साधन कर रहा है,ऐसे पुरुष के पास रहनेसे बड़ा लाभ होता है, ये वृत्तियाँ शान्त होती है स्वतः ही स्वाभाविक ;वहाँ वृत्ति पैदा ही कम होती है,काम-क्रोध आदि वृत्ति पैदा ही नहीं होती;संगका बड़ा असर पड़ताहै और कामी और लोभीके पास (रहोगे)संग करो तो बड़े तेजीसे पैदा होंगे |

श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजके दिनांक- १९९३१०२१/५.१८/बजेवालेे सत्संगका अश ||

(यह काम-नाशके उपायवाला प्रवचन इस पतेपर जाकर सुनें- https://db.tt/G7Hve1KQ )।

(इस प्रवचनमें श्री महाराजजीने काम वृत्ति मिटानेके एक दर्जनसे ज्यादा,बारहसे ज्यादा उपाय बताये हैं।

ये जो  कामवृत्ति मिटानेके उपाय बताये गये हैं,ये क्रोधवृत्ति मिटानेके भी उपाय हैं अर्थात् इन उपायोंसे काम मिटता है और क्रोध भी मिटता है।)||

क्रोध कैसे मिटे?

इसके लिये श्रध्देय स्वामीजी रामसुखदासजी महाराजने इस
(19960204/1500 बजेके)  प्रवचनमें भी कई उपाय बताये हैं।वो भी सुनें।

(यह क्रोध-नाशके उपायवाला प्रवचन इस पतेपर जाकर सुनें- https://db.tt/DbHHBcl2 और

लोभ-नाशके उपायवाला प्रवचन इस पतेपर जाकर सुनें- https://db.tt/D56GMblf)।

जो साधक अपने काम-क्रोध आदि दोष मिटाना चाहते हैं,उनके लिये ये उपाय बड़े कामके हैं)।

गीताजीमें भगवान कहते हैं कि काम,क्रोध और लोभ ये-तीन नरकके दरवाजे हैं(इनके वशमें होनेवाले मनुष्य नरकोंको प्राप्त करते हैं) और इनसे छूटे हुए मनुष्य परमगतिको प्राप्त करते हैं।(गीता १६।२१,२२)।

अधिक समझनेके लिये साधक-संजीवनी(लेखक-श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज) ग्रंथ पढें

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पता-
सत्संग-संतवाणी.
श्रध्देय स्वामीजी श्री
रामसुखदासजी महाराजका
साहित्य पढें और उनकी वाणी सुनें।
http://dungrdasram.blogspot.com/

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