।।श्रीहरि:।।
असली मन्त्र और सरल साधन-
(श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज)।
(सबसे सरल साधन-)
आप भगवान् के हो जाओगे तो आपका सब काम भगवान् का हो जायेगा।आप भगवान् के,घर भगवान् का कुटुम्ब भगवान् का,वस्तुएँ भगवान् की -यह मानलो तो आपका सत्संग करना सफल हो गया ! सबकुछ भगवान् का मानलें -इससे सरल उपाय और क्या बताऊँ?
(श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजकी पुस्तक 'सीमाके भीतर असीम प्रकाश'४१ से)।
(असली मन्त्र-)
'हम भगवान् के हैं,भगवान् हमारे हैं' - यह असली मन्त्र है।इसे मानलो तो थोड़े दिनोंमें आपका जीवन बदल जायेगा।
(श्रध्देय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराजकी पुस्तक 'नये रास्ते नयी दिशाएँ',२१ से)।
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पता-
सत्संग-संतवाणी.
श्रध्देय स्वामीजी श्री
रामसुखदासजी महाराजका
साहित्य पढें और उनकी वाणी सुनें।
http://dungrdasram.blogspot.com/
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