रविवार, 7 अगस्त 2016

घरमें ही योगी -श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज।

                         ॥श्रीहरिः॥


घरमें ही योगी

(-श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज)।

गीताके अनुसार चलने वाला घरमें ही योगी हो जाता है-

जोगी ताही जानिये जो गीता ही जान।
जोगी ताहि न जानिये जो गीता ही न जान॥

श्रध्देय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज के 19930716_0800_Bhakti Ki Mahima Seva वाले प्रवचन से ॥

http://dungrdasram.blogspot.com/

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